अथर्ववेद - काण्ड 19/ सूक्त 23/ मन्त्र 22
सूक्त - अथर्वा
देवता - मन्त्रोक्ताः
छन्दः - दैवी जगती
सूक्तम् - अथर्वाण सूक्त
ए॑कानृ॒चेभ्यः॒ स्वाहा॑ ॥
स्वर सहित पद पाठए॒क॒ऽअ॒नृ॒चेभ्यः॑। स्वाहा॑ ॥२३.२२॥
स्वर रहित मन्त्र
एकानृचेभ्यः स्वाहा ॥
स्वर रहित पद पाठएकऽअनृचेभ्यः। स्वाहा ॥२३.२२॥
अथर्ववेद - काण्ड » 19; सूक्त » 23; मन्त्र » 22