अथर्ववेद - काण्ड 19/ सूक्त 67/ मन्त्र 6
सूक्त - ब्रह्मा
देवता - सूर्यः
छन्दः - प्राजापत्या गायत्री
सूक्तम् - दीर्घायु सूक्त
भवे॑म श॒रदः॑ श॒तम् ॥
स्वर सहित पद पाठभवे॑म। श॒रदः॑। श॒तम् ॥६७.६॥
स्वर रहित मन्त्र
भवेम शरदः शतम् ॥
स्वर रहित पद पाठभवेम। शरदः। शतम् ॥६७.६॥
अथर्ववेद - काण्ड » 19; सूक्त » 67; मन्त्र » 6
भाषार्थ -
(शतं शरदः) सौ वर्ष (भवेम) हम बने रहें॥ ६॥