अथर्ववेद - काण्ड 19/ सूक्त 23/ मन्त्र 24
सूक्त - अथर्वा
देवता - मन्त्रोक्ताः
छन्दः - दैवी पङ्क्तिः
सूक्तम् - अथर्वाण सूक्त
सू॒र्याभ्यां॒ स्वाहा॑ ॥
स्वर सहित पद पाठसू॒र्याभ्या॑म्। स्वाहा॑ ॥२३.२४॥
स्वर रहित मन्त्र
सूर्याभ्यां स्वाहा ॥
स्वर रहित पद पाठसूर्याभ्याम्। स्वाहा ॥२३.२४॥
अथर्ववेद - काण्ड » 19; सूक्त » 23; मन्त्र » 24
Translation -
Svàhá to the two about Sürya (maiden to be married).