Sidebar
सामवेद के मन्त्र
सामवेद - मन्त्रसंख्या 1695
ऋषिः - विश्वामित्रः प्रागाथः
देवता - इन्द्राग्नी
छन्दः - गायत्री
स्वरः - षड्जः
काण्ड नाम -
3
इ꣡न्द्रा꣢ग्नी तवि꣣षा꣡णि꣢ वां स꣣ध꣡स्था꣢नि꣣ प्र꣡याँ꣢सि च । यु꣣वो꣢र꣣प्तू꣣र्यं꣢ हि꣣त꣢म् ॥१६९५॥
स्वर सहित पद पाठइ꣡न्द्रा꣢꣯ग्नी । इ꣡न्द्र꣢꣯ । अ꣣ग्नीइ꣡ति꣢ । त꣣विषा꣡णि꣢ । वा꣣म् । स꣣ध꣡स्था꣢नि । स꣣ध꣢ । स्था꣣नि । प्र꣡या꣢꣯ꣳसि । च꣣ । युवोः꣢ । अ꣣प्तू꣡र्य꣢म् । अ꣣प् । तू꣡र्य꣢꣯म् । हि꣣त꣢म् ॥१६९५॥
स्वर रहित मन्त्र
इन्द्राग्नी तविषाणि वां सधस्थानि प्रयाँसि च । युवोरप्तूर्यं हितम् ॥१६९५॥
स्वर रहित पद पाठ
इन्द्राग्नी । इन्द्र । अग्नीइति । तविषाणि । वाम् । सधस्थानि । सध । स्थानि । प्रयाꣳसि । च । युवोः । अप्तूर्यम् । अप् । तूर्यम् । हितम् ॥१६९५॥
सामवेद - मन्त्र संख्या : 1695
(कौथुम) उत्तरार्चिकः » प्रपाठक » 8; अर्ध-प्रपाठक » 2; दशतिः » ; सूक्त » 14; मन्त्र » 3
(राणानीय) उत्तरार्चिकः » अध्याय » 18; खण्ड » 3; सूक्त » 5; मन्त्र » 3
Acknowledgment
(कौथुम) उत्तरार्चिकः » प्रपाठक » 8; अर्ध-प्रपाठक » 2; दशतिः » ; सूक्त » 14; मन्त्र » 3
(राणानीय) उत्तरार्चिकः » अध्याय » 18; खण्ड » 3; सूक्त » 5; मन्त्र » 3
Acknowledgment
विषय - इन्द्र और अग्नि के विकास का लाभ
पदार्थ -
इन्द्राग्नी के विकास का उल्लेख करके अब कहते हैं कि हे (इन्द्राग्नी) = बल व प्रकाश के तत्त्वो ! (वाम्) = आप दोनों में ही (तविषाणि) = सब शक्तियाँ निहित हैं । १. (सध-स्थानि) = मिलकर ठहरने की भावनाएँ भी आप दोनों में ही निहित हैं । बल और प्रकाश के अभाव में पशु-प्रवृत्ति जन्म लेती है और मनुष्य परस्पर विरोध करते रहते हैं । बलवान् व ज्ञानी बनकर वे मिलकर चलना सीखते हैं। ३. (प्रयांसि) = आनन्द व प्रसन्नताएँ भी इन्हीं इन्द्राग्नी में आश्रित हैं । इन दोनों तत्त्वों के अभाव में मनुष्य आनन्द का अनुभव नहीं कर पाता । ४. हे इन्द्राग्नी ! (युवोः) = आप दोनों में ही (अप्तूर्यम्) = [Zeal] कर्मों के प्रति उत्साह [अप्तुर्-active] (हितम्) = रखा हुआ है । इन्द्राग्नी के अभाव में मनुष्य आलसी होता है— उसमें कर्मों के प्रति किसी प्रकार का उत्साह नहीं होता । एवं, इन्द्राग्नी के चार लाभ हैं – १. शक्ति, २. मेल, ३. प्रसन्नता, ४. उत्साह ।
भावार्थ -
हम इन्द्राग्नी के विकास के द्वारा शक्ति सम्पन्न बनें, मेल की भावनावाले हों, प्रसन्नता व उत्साह से हमारा जीवन भरपूर हो ।
इस भाष्य को एडिट करें