अथर्ववेद - काण्ड 19/ सूक्त 44/ मन्त्र 9
यदा॑पो अ॒घ्न्या इति॒ वरु॒णेति॒ यदू॑चि॒म। तस्मा॑त्सहस्रवीर्य मु॒ञ्च नः॒ पर्यंह॑सः ॥
स्वर सहित पद पाठस्वर रहित मन्त्र
यदापो अघ्न्या इति वरुणेति यदूचिम। तस्मात्सहस्रवीर्य मुञ्च नः पर्यंहसः ॥
स्वर रहित पद पाठ अथर्ववेद - काण्ड » 19; सूक्त » 44; मन्त्र » 9
Translation -
O Varuna (All-worshipable God) this man speaks many lies. ‘O Refulgent omnipotent Lord, please save us from that vils act.