अथर्ववेद - काण्ड 20/ सूक्त 129/ मन्त्र 9
पृदा॑कवः ॥
स्वर सहित पद पाठपृदा॑कव: ॥१२९.॥
स्वर रहित मन्त्र
पृदाकवः ॥
स्वर रहित पद पाठपृदाकव: ॥१२९.॥
अथर्ववेद - काण्ड » 20; सूक्त » 129; मन्त्र » 9
सूचना -
कृपया अस्य मन्त्रस्यार्थम् आर्य(हिन्दी)भाष्ये पश्यत।
टिप्पणीः - ९−(पृदाकवः) अजगराः। बृहत्सर्पाः ॥
इस भाष्य को एडिट करें