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  • अथर्ववेद - काण्ड 19/ सूक्त 23/ मन्त्र 20
    सूक्त - अथर्वा देवता - मन्त्रोक्ताः छन्दः - दैवी त्रिष्टुप् सूक्तम् - अथर्वाण सूक्त

    ए॑क॒र्चेभ्यः॒ स्वाहा॑ ॥

    स्वर सहित पद पाठ

    ए॒क॒ऽऋ॒चेभ्यः॑। स्वाहा॑ ॥२३.२०॥


    स्वर रहित मन्त्र

    एकर्चेभ्यः स्वाहा ॥

    स्वर रहित पद पाठ

    एकऽऋचेभ्यः। स्वाहा ॥२३.२०॥

    अथर्ववेद - काण्ड » 19; सूक्त » 23; मन्त्र » 20

    टिप्पणीः - २०−(एकर्चेभ्यः) म०१। एकस्य परमात्मनः स्तुत्या विद्या येषु वेदेषु तेभ्यः ॥

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